Thursday, 31 March 2016

लगातार बैठकर काम करने के नुक़सान ? read it fast

 Its too dangerous ,Work on chair for long 

आजकल की ज़्यादातर जॉब्स में घंटों कम्प्यूटर के सामने बैठना पड़ता है। लेकिन लगातार बैठकर काम करना सेहत के लिए काफी नुकसानदेह हो सकता है। इससे आपके शरीर के विभिन्न अंगों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। कम्प्यूटरसे निकलने वाली हानिकारक किरणें आपकी आँखों को नुकसान पहुँचाती हैं और गलत तरीके से बैठने के कारण आपके पीठ में दर्द हो सकता है। इसके अलावा अनिद्रा, तनाव, ब्लड प्रेशर की समस्या भी एक ही जगह बैठकर काम करने से हो सकती है।
हाल ही में ब्रिटेन के वैज्ञानिकों ने भी बताया है कि एक ही मुद्रा में लम्बे समय तक बैठे रहना शरीर के लिए बेहद हानिकारक होता है। हम आपको बताते हैं कि लगातार बैठने से आपके शरीर के किस-किस हिस्से को नुकसान पहुँचता है।

लगातार बैठकर काम करना नुकसानदेह


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लगातार बैठकर काम करना

पैर और बाँहों पर असर

पैरों के सुन्न होने का कारण रक्त प्रवाह कम होने लगता है। इसके कारण नाड़ियों को नुकसान पहुँचता है। लम्बे समय तक बैठे रहने से नाड़ियों पर दबाव पड़ता है। इसके अलावा बांहों पर भी असर पड़ता है। शारीरिक गतिविधि की कमी से हाई बीपी या हाइपरटेंशन की समस्या हो सकती है।

फेफड़े और हार्ट पर असर

लगातार बैठकर काम करते हैं तो आप में पल्मोनरी एम्बोलिज्म यानी लंग में खून के थक्के जमने की आशंका दोगुनी हो जाती है। इसका असर दिल पर भी पड़ता है।

उँगलियों में समस्या

कम्प्यूटर के की-बोर्ड पर घंटों टाइप करने से उँगलियों और कलाई में दर्द होता है। इसके कारण आपका हाथ भी प्रभावित हो सकता है। तेजी से एक ही जगह पर कलाई रखकर की-बोर्ड पर काम करने से उँगलियों में सूजन, दर्द, झुनझुनी की समस्या होती है।

आँखों को नुकसान

कई घंटों तक कम्प्यूटर स्क्रीन से सामने लगातार बैठकर काम करने से आँखों को नुकसान पंहुचता है। क्योंकि कम्प्यूटर स्क्रीन से निकलनी वाली नीली तरंगें आपकी आँखों को नुकसान पहुँचाती हैं।

पीठ और पेट पर असर

लम्बे समय तक बैठे रहने से रीढ़ की हड्डी पर सबसे ज़्यादा दबाव पड़ता है। रीढ़ में संकुचन पैदा होने लगता है क्योंकि दबाव के चलते मांसपेशियां हार्ड हो जाती हैं। ऐसे में एकदम उठना चोट का कारण बन सकता है। पीठ के साथ पेट पर भी लगातार बैठने का बुरा असर पड़ता है।

सिर और गर्दन

लम्बे समय के लिए बैठे रहने से ख़ून के थक्के बन सकते हैं, जो दिमाग़ तक पहुँच कर स्ट्रोक का कारण बन सकते हैं। साथ ही यह गर्दन को भी नुकसान पहुँचाता है। दिन भर के दौरान टांगों में इकट्ठा हुआ तरल गर्दन तक चला जाता है, जिसके चलते स्लीप एप्निया जैसी समस्या हो सकती है।
यही नही लगातार बैठने से ,आपकी काम इच्छा ,आपका घरलू जीवन खराब होने लगता है ,.,
आपका सेक्स से मन हटने लगता है, आपके अन्दर और भी पोषिक तत्वों की कमी होने लगती है,.
आपका जीवन निरस्त हो जाता है....

इस से बचाव बस यही है के,... आप कुछ समय बाद उठते  रहें , पानी के बहाने , कसे भी, और अपनी शारीर को इधर उधर घुमाएं ,सुबह सुबह योग करे , कुछ व्यायाम नियमित रूप से करे .,और अपने खाना आचा रखे ,.,

अपना life style सुधारे , जसे की सुना है हाल फिलहाल ही मैं किसी १० साल के बच्चे की bypass surgery हुई है , जो की आश्चर्य की बात है ,.,इतनी कम उम्र मैं होना,..

आज का यही मंत्र है ,. अच्छा खाओ , आचा पियो , खुश रहो , चिंता से दूर , नींद  पूरी लो 
धन्यवाद .

comment please.

1 comment:

  1. very very useful data , Thanks and i will definitely work on it.
    i have same problem that you have mentioned in your blog ,
    Thanks again sir Thank you very much

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